May 19, 2007

हर शाम कुछ कहती है ...

Click on the image for a larger view हर शाम में दफ्न हो जाता है
एक दिन जो जी लिया।
हर शाम कहती है;
कि आगे एक दिन और है।

जरा थम जा;
कुछ आराम करले,
एक लंबी रात बाक़ी है।
देख ले एक सपना,
क्या पता
कल कि सुबह
सच हो जाये...

1 comment:

renu ahuja said...

वाह क्या बात है, बहुत खूबसूरत ख्याल है...!

देख ले एक सपना,
क्या पता कल
कि सुबह सच हो जाये...

मगर दिल की हर उड़ान अपने साहिल तक हवाओं को चीर लेने कि हिम्मत करने पर ही मुक्क्मिल होती है !

बहरहाल एक खूबसूरत तस्वीर
एक खूबसूरत ख्याल
कलाकार कह्ते हैं इसी को
कि हर अंदाज़ बेमिसाल...!!!
ये शब्द आपकी कविता और इस खूबसूरत INDIA GATE के photograph के लिए...क्या आपके ब्लागर साथी ज़रूरत पड़्ने पर इस या इस जैसी तस्वीर को इस्तेमाल कर सकते हैं ?
-रेणू आहूजा.